ये कैसी कसक बांके,
मेरे दिल को लगा दी है,
हमने तुझे रो रो के,
हमने तुझे रो रो के,
हँसने की दुआ दी है,
ये कैसी कसक बाँके,
मेरे दिल को लगा दी है।।
तेरी यादों में अपने,
तेरी यादों में अपने,
दिन रात गुजरते हैं,
तेरे दर्द सागर में,
तेरे दर्द सागर में,
कश्ती ही डूबा दी है,
ये कैसी कसक बाँके,
मेरे दिल को लगा दी है।।
दीवाना हूँ मैं तेरा,
दीवाना हूँ मैं तेरा,
मिट जाऊंगा मैं तुझ पर,
मिट जाऊंगा मैं तुझ पर,
इन अश्क के शोलो को,
जी भर के हवा दी है,
ये कैसी कसक बाँके,
मेरे दिल को लगा दी है।।
दुनिया की हवाओं से,
दुनिया की हवाओं से,
अब बुझ ना पाएगी,
तेरे नाम की ये शम्मा,
तेरे नाम की ये शम्मा,
इस दिल में जगा ली है,
ये कैसी कसक बाँके,
मेरे दिल को लगा दी है।।
तुझे पाने की खातिर,
तुझे पाने की खातिर,
मैं खुद को भूल गई,
तेरी याद में ओ बांके,
तेरी याद में ओ बांके,
दुनिया ही भुला दी है,
ये कैसी कसक बाँके,
मेरे दिल को लगा दी है।।
खैरात में मांगी थी,
खैरात में मांगी थी,
जो आग मोहब्बत की,
इस दिल में लगा ली है,
इस दिल में लगा ली है,
कुछ घर को लगा दी है,
ये कैसी कसक बाँके,
मेरे दिल को लगा दी है।।
ये कैसी कसक बांके,
मेरे दिल को लगा दी है,
हमने तुझे रो रो के,
हमने तुझे रो रो के,
हँसने की दुआ दी है,
ये कैसी कसक बाँके,
मेरे दिल को लगा दी है।।