अपना बना लो ना सांवरिया,
अपना बना लो ना,
मैं जैसा भी हूँ तेरा ही तो हूँ,
मुझको अपनालो ना,
मैं जैसा भी हूँ तेरा ही तो हूँ,
मुझको अपनालो ना।।
तर्ज – हुस्न पहाड़ों का।
तेरे ही दर का मैं हूँ भिखारी,
तेरे ही दर का मैं हूँ भिखारी,
मुझपे नजर डालो श्याम बिहारी,
मन में बसी है तेरी सूरत ये प्यारी,
मन में बसी है तेरी सूरत ये प्यारी,
खाटु में बसा लो ना सांवरिया,
खाटु में बसा लो ना,
मैं जैसा भी हूँ तेरा ही तो हूँ,
मुझको अपनालो ना,
मैं जैसा भी हूँ तेरा ही तो हूँ,
मुझको अपनालो ना।।
गहरी है नदिया नाव पुरानी,
गहरी है नदिया नाव पुरानी,
डूब ना जाए कही मेरी जिंदगानी,
डूब ना जाए कही मेरी जिंदगानी,
बन जाओ माझी शीश के दानी,
बन जाओ माझी शीश के दानी,
भंवर से निकालो ना सांवरिया,
भंवर से निकालो ना,
मैं जैसा भी हूँ तेरा ही तो हूँ,
मुझको अपनालो ना,
मैं जैसा भी हूँ तेरा ही तो हूँ,
मुझको अपनालो ना।।
तुझसे कहूं मैं दिल की ये बाते,
तुझसे कहूं मैं दिल की ये बाते,
कटते नहीं दिन कटती ना राते,
कटते नहीं दिन कटती ना राते,
तुमसे हुई है कई मुलाकाते,
तुमसे हुई है कई मुलाकाते,
अब तो संभालो ना सांवरिया,
अब तो संभालो ना,
मैं जैसा भी हूँ तेरा ही तो हूँ,
मुझको अपनालो ना,
मैं जैसा भी हूँ तेरा ही तो हूँ,
मुझको अपनालो ना।।
‘ललित’ को तेरा इक आसरा है,
‘ललित’ को तेरा इक आसरा है,
सुनता नहीं क्यूँ काया माजरा है,
सुनता नहीं क्यूँ काया माजरा है,
‘चोखानी’ आस लिए दर पे खड़ा है,
‘चोखानी’ आस लिए दर पे खड़ा है,
बाहों में उठालो ना सांवरिया,
बाहों में उठालो ना,
मैं जैसा भी हूँ तेरा ही तो हूँ,
मुझको अपनालो ना,
मैं जैसा भी हूँ तेरा ही तो हूँ,
मुझको अपनालो ना।।
अपना बना लो ना सांवरिया,
अपना बना लो ना,
मैं जैसा भी हूँ तेरा ही तो हूँ,
मुझको अपनालो ना,
मैं जैसा भी हूँ तेरा ही तो हूँ,
मुझको अपनालो ना।।
Singer : Lalit Suri
Lyrics : Pramod Chokhani