होलिया में उड़े रे गुलाल,
श्याम तेरे मंदिर में,
श्याम तेरे मंदिर में,
कानुड़ा तेरे मंदिर में,
होलिया मे उड़े रे गुलाल,
श्याम तेरे मंदिर में।।
रंग अबीर गुलाल उड़ाए,
कान्हा को सब रंग लगाए,
काले को कर दिया लाल,
श्याम तेरे मंदिर में,
होलिया मे उड़े रे गुलाल,
श्याम तेरे मंदिर में।।
फागुन की ग्यारस का मेला,
होता है ये बड़ा अलबेला,
भक्त नाचे दे दे ताल,
श्याम तेरे मंदिर में,
होलिया मे उड़े रे गुलाल,
श्याम तेरे मंदिर में।।
ढोलक चंग मजीरा बाजे,
भक्तो की टोली भी नाचे,
और गाए ये धमाल,
श्याम तेरे मंदिर में,
होलिया मे उड़े रे गुलाल,
श्याम तेरे मंदिर में।।
बाबा की शोभा अति न्यारी,
भक्त सुनावे सुने श्याम बिहारी,
रजनी हो जाएंगे निहाल,
श्याम तेरे मंदिर में,
होलिया मे उड़े रे गुलाल,
श्याम तेरे मंदिर में।।
होलिया में उड़े रे गुलाल,
श्याम तेरे मंदिर में,
श्याम तेरे मंदिर में,
कानुड़ा तेरे मंदिर में,
होलिया मे उड़े रे गुलाल,
श्याम तेरे मंदिर में।।
Singer : Rajni Rajasthani