आई अमावस हैलो देवे मारो श्याम,
जाणो है जाणो माने सिंगोली री धाम।।
रात सुपने में मारा श्याम जी पधार्या,
दर्शन दीना वो मारा भाग जगाया,
भोला भगता की बाल देखे मारो श्याम,
जाणो है जाणो माने सिंगोली री धाम।।
स्वर्ण मुकुट न्यारो हाथा वालों भालो,
गले वेजंती हीरो चमके डाडी वालो,
मंद मंद मुसकावे मारो श्याम,
जाणो है जाणो माने सिंगोली री धाम।।
दुरा देशा रा भगत आवे पाला पाला,
ध्वजा हाथा में प्यारी लेवे फुलमाला,
मन में उमंग थारा नाम री वो श्याम,
जाणो है जाणो माने सिंगोली री धाम।।
आया आया वो ठाकुर थारे सरणा आया,
जाग्या पुरबला भाग दर्शन जो पाया,
दास गरीब धरे वो थारो ध्यान,
जाणो है जाणो माने सिंगोली री धाम।।
दाश देव थारा लिख लिख गाया,
राखो छतर छाया सरणा में आया,
गलती गुनाह पे मत दीज्यो ठाकुर ध्यान,
जाणो है जाणो माने सिंगोली री धाम।।
आई अमावस हैलो देवे मारो श्याम,
जाणो है जाणो माने सिंगोली री धाम।।
गायक / लेखक देव शर्मा।
8290376657