आज सखी म्हारे रंग रली है,
रंग रली दाता खुब फली है,
आज सखी म्हारें रंग रली है।।
सोने रे सूरज ऊगो म्हारी सजनी,
सतगुरू आया म्हारी गली है,
आज सखी म्हारें रंग रली है।।
धीन धीन भाग गुरुजी दर्शन दिना,
मुख निर्गत खुली कली ऐ कली है,
आज सखी म्हारें रंग रली है।।
कर दर्शन सब पाप मिटाया,
आज से सारी मारे बातो भली है,
आज सखी म्हारें रंग रली है।।
असलुराम सतगुरू जी री कृपा,
आज से सारी मारे बला टली है,
आज सखी म्हारें रंग रली है।।
आज सखी म्हारे रंग रली है,
रंग रली दाता खुब फली है,
आज सखी म्हारें रंग रली है।।
स्वर – रमा कुमारी जी।
प्रेषक – डालाराम प्रजापत
9982992789