आज सतगुरु आवता,
मारो हरीयो वेगो बाग रे,
आज सतगुरु आविया,
मारो हरीयो वेगो बाग रे,
प्याला पाया प्रेम रा,
प्यास गई सब भाग रे,
प्याला पाया प्रेम रा,
प्यास गई सब भाग रे,
आज सतगुरु आवता रे ए हा।।
सुखी डाली कुपल टूटी,
पेला बैठता काग रे,
सुखी डाली कुपल टूटी,
पेला बैैठता काग रे,
मोर बोले सुवटा,
मोये खेले नाग रे,
मोर बोले सुवटा,
मोये खेले नाग रे,
आज सतगुरु आविया रे ए हा।।
माला फेरो मोकली,
मेटो मन रा दाग रे,
माला फेरो मोकली,
मेटो मन रा दाग रे,
भूला अंतर उतरे,
कोई गाँधी दया जाग रे,
भूला अंतर उतरे,
कोई गाँधी दया जाग रे,
आज सतगुरु आविया रे ए हा।।
लेवा उतरे मोकला,
लेवे ज्यारो भाग रे,
लेवा उतरे मोकला,
लेवे ज्यारो भाग रे,
शिश काटने दे गया,
ओरो रो नही भाग रे,
शिश काटने दे गया,
ओरो रो नहीं भाग रे,
आज सतगुरु आविया रे ए हा।।
गुरू मिलीया ए भाग जागा,
पुरबला भाग रे,
गुरू मिलीया ए भाग जागा,
पुरबला भाग रे,
हुनदास री विनती,
भवजल किजो पार रे,
हुनदास री विनती,
भवजल किजो पार रे,
आज सतगुरु आविया रे ए हा।।
आज सतगुरु आवता,
मारो हरीयो वेगो बाग रे,
आज सतगुरु आविया,
मारो हरीयो वेगो बाग रे,
प्याला पाया प्रेम रा,
प्यास गई सब भाग रे,
प्याला पाया प्रेम रा,
प्यास गई सब भाग रे,
आज सतगुरु आवता रे ए हा।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818