आजा म्हारी जगदम्बा माँ,
एक बार पावणी,
एक बार पावणी,
म्हारे मन भावणी।।
इंदरगढ़ से मैया बिजासन आज्यो,
52 भेरू चौथ भवानी थारे संग लाज्यो,
सिंह सवारी मैया लागे तू सुहावनी,
आजा म्हारी जगदंबा माँ,
एक बार पावणी।।
रक्षा को वर मैया म्हाने ने तो दीज्यो,
अटकी जो नैया मैया पार लगाज्यो,
तू ही भवानी जग में भगत बचावनी,
आजा म्हारी जगदंबा माँ,
एक बार पावणी।।
मैं भी बुलाऊं मैया दौड़ी दौड़ी आज्यो,
थारे भगत ने मैया राह दिखाज्यो,
थारी सूरत मैया लागे मन भावणी,
आजा म्हारी जगदंबा माँ,
एक बार पावणी।।
म्हारा भी दुखड़ा मैया दूर भगाज्यो,
थारा दरश मैया महाने दिखाज्यो,
बाल मंडल महारिया गावे थारी लावणी,
आजा म्हारी जगदंबा माँ,
एक बार पावणी।।
आजा म्हारी जगदम्बा माँ,
एक बार पावणी,
एक बार पावणी,
म्हारे मन भावणी।।
गायक – शंभु लहरी।
प्रेषक – बसराम माली महारिया।
9001664981