आजा मोरे कंठ शारदा,
बैठ जा भवानी ये,
बैठ जा भवानी दुर्गा,
बैठ जा भवानी ये।।
कुण देवता करी थरपना,
कुण देवता मानी ये,
कुण देव थारे तपे रसोङे,
कुण भरे जल पाणी ये,
आजा मोरें कंठ शारदा,
बैठ जा भवानी ये।।
पाच पांङवा करी थरपना,
कृष्ण देवता मानी ये,
चांद सूरज तपे रसोङे,
ईन्द्र जल भरे जल पाणी ये,
आजा मोरें कंठ शारदा,
बैठ जा भवानी ये।।
उंचे ङूगर आप बिराजे,
लाल ध्वजा फहराणी ये,
जती सती मिल रक्षा किज्ये,
अम्बा खपर वाली ये,
आजा मोरें कंठ शारदा,
बैठ जा भवानी ये।।
सिंह चढे मा रण मे आजे,
हनुमान अगवाणी ये
धन्ना जाट थारी महिमा गावे,
देवा मे अगवाणी ये,
आजा मोरें कंठ शारदा,
बैठ जा भवानी ये।।
आजा मोरे कंठ शारदा,
बैठ जा भवानी ये,
बैठ जा भवानी दुर्गा,
बैठ जा भवानी ये।।
गायक / प्रेषक – भेरू पुरी गोस्वामी सोपुरा।
9928006102