आजा हो आजा,
खाटू वाले रखवाले,
आ जाओ श्याम प्यारे,
तेरे भक्त तुम्हे पुकारे,
आजा ओ आजा।।
दर्शन की प्यासी अँखियाँ,
कब से तरस रही है,
सावन के जैसे बाबा,
झर झर बरस रही है,
आस हमारी टूट ना जाये,
अब क्यो बाबा देर लगाये,
सुन लो अर्ज मुरारी,
आ जाओ श्याम प्यारे,
तेरे भक्त तुम्हे पुकारे,
आजा ओ आजा।।
अब हमसे ये जुदाई,
एक पल सही ना जाये,
विरहा की वेदना को,
हम जाकर किसे बताये,
हाल दिलो का तू ही जाने,
जान के भी तुम हो अनजाने,
बात क्यों ना माने,
आ जाओ श्याम प्यारे,
तेरे भक्त तुम्हे पुकारे,
आजा ओ आजा।।
हमने सुना है बाबा,
हारे का तू सहारा,
हरपल ही दौड़ा आया,
भक्तो ने जब पुकारा,
सामने हो बस तुम्ही प्रभुवर
दिल में बसे हो तुम्ही ‘दिलबर’,
सोनल दर्श की प्यासी,
आ जाओ श्याम प्यारे,
तेरे भक्त तुम्हे पुकारे,
आजा ओ आजा।।
आजा हो आजा,
खाटू वाले रखवाले,
आ जाओ श्याम प्यारे,
तेरे भक्त तुम्हे पुकारे,
आजा ओ आजा।।
गायिका – सोनल शर्मा राणापुर।
लेखक /प्रेषक – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र.
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