आजादी रा रखवाला,
सुता मत रिज्यो रे,
आवेला कई मोड मारग पर,
बेता रिज्यो रे,
आवेला कई मोड मारग पर,
थे चलता रिज्यो रे।।
आजादी रखणी काई है,
भाला री हीरण्या सोणो,
सस्ती सी मत जाण मोत री,
गोद्या में सेजा सोणो,
आजादी राखणीया जाणे,
पग पग पर तील तील कटणो,
आजादी ने वे राखे जो,
मौत बिना मांडे मरणो,
दोरी गणी आजादी आई,
सुजक रिज्यो रे,
आवेला कई मोड मारग पर,
बेता रिज्यो रे,
आवेला कई मोड मारग पर,
थे चलता रिज्यो रे।।
आजादी खातीर माँ बेना,
काकड में बाटा रूल गी,
हथलेवे मेंहदी लाग्योडी,
ओरा के हाथा चडगी,
नवा दिन कामण घर काला,
काग उडाती रह गई रे,
माँ रि बेटा रे खातिर,
पुरूष्योडी थाल्या रह गई रे,
बलीदाना री मुंगी घडीयां,
सुजक रिज्यो रे,
आवेला कई मोड मारग पर,
बेता रिज्यो रे,
आवेला कई मोड मारग पर,
थे चलता रिज्यो रे।।
मात्रभूमि पर सिस चढ़ाकर,
मरणो ही मंगल जाणे,
रमण्या री गोद्या में नहीं,
रण खेता रमणो जाणे,
गलिया रमे घुमण री बेल्या,
भित्या में चुणणो जाणे,
गलिया रमे घुमण री बेल्या,
भित्या में चुणणो जाणे,
वे राखी आजादी विरा,
मारग लिज्यो रे,
आवेला कई मोड मारग पर,
बेता रिज्यो रे,
आवेला कई मोड मारग पर,
थे चलता रिज्यो रे।।
आजादी ने वे राखे जो,
मरबा की मन में राखे,
आजादी वे राखे जो,
छात्या पे गोल्या राखे,
आजादी ने वे राखे जो,
शीश हथेलियां पर राखे,
आजादी ने वे राखे जो,
खांदा पर खावण राखे,
ओला ज्यु गोला बरसता,
नेडा रिज्यो रे,
आवेला कई मोड मारग पर,
बेता रिज्यो रे,
आवेला कई मोड मारग पर,
थे चलता रिज्यो रे।।
आजादी रा रखवाला,
सुता मत रिज्यो रे,
आवेला कई मोड मारग पर,
बेता रिज्यो रे,
आवेला कई मोड मारग पर,
थे चलता रिज्यो रे।।
गायक – देव शर्मा आमा।
लेखक – स्वं कानदान जी चारण।
8290376657