आज्या बालाजी हनुमान,
तनै तेरे भगत बुलावे सं।।
कलयुग अपना जोर जमावः,
माणस ने ना माणस चाहवः,
हो रहया खुदगरजी इंसान,
तनै तेरे भगत बुलावे सं,
आजया बालाजी हनुमान,
तनै तेरे भगत बुलावे सं।।
ऐसा टाइम आ गया गन्दा,
मोह माया में फस गया बंदा,
ना रहया भक्ति में ध्यान,
तनै तेरे भगत बुलावे सं,
आजया बालाजी हनुमान,
तनै तेरे भगत बुलावे सं।।
धर्म कर्म का मोल नहीं स,
झूठा और बेईमान सही स,
इनकी ऊंची होरी शान,
तनै तेरे भगत बुलावे सं,
आजया बालाजी हनुमान,
तनै तेरे भगत बुलावे सं।।
कह दी कर्मबीर ने सारी,
प्रगट होजया बलकारी,
काटे सुरजमल के कष्ट तमाम,
तनै तेरे भगत बुलावे सं,
आजया बालाजी हनुमान,
तनै तेरे भगत बुलावे सं।।
आज्या बालाजी हनुमान,
तनै तेरे भगत बुलावे सं।।
गायक – नरेंद्र कौशिक जी।
प्रेषक – राकेश कुमार खरक जाटान
(रोहतक) 9992976579