आके देखो हाल मेरा,
श्याम धणी प्रभुवर,
जा रहा हूँ मैं फिसलता,
जैसे रेत पर,
जा रहा हूँ मैं फिसलता,
जैसे रेत पर।bd।
इस जीवन का है मेरा सपना,
दास बनू मैं तेरा,
सब कुछ मैंने दाव पे रखा,
हो जाऊं बस तेरा,
और ना लो अब मेरी परीक्षा,
ओ मेरे दिलबर,
आ के देखों हाल मेरा,
श्याम धणी प्रभुवर,
जा रहा हूँ मैं फिसलता,
जैसे रेत पर।bd।
फस गया हूं मैं बीच भवर में,
तू पतवार उठा ले,
तेरे बिना मेरा और ना कोई,
आकर मुझे बचा ले,
मेरी तू भी ना लेगा तो फिर,
कौन लेगा खबर,
आ के देखों हाल मेरा,
श्याम धणी प्रभुवर,
जा रहा हूँ मैं फिसलता,
जैसे रेत पर।bd।
बीत रहा है पल पल मेरा,
कैसे श्याम तू जाने,
देने लगे है अब तो मुझको,
जग वाले भी ताने,
‘संजय’ को तुम गले लगा लो,
तुम पे है वो निर्भर,
आ के देखों हाल मेरा,
श्याम धणी प्रभुवर,
जा रहा हूँ मैं फिसलता,
जैसे रेत पर।bd।
आके देखो हाल मेरा,
श्याम धणी प्रभुवर,
जा रहा हूँ मैं फिसलता,
जैसे रेत पर,
जा रहा हूँ मैं फिसलता,
जैसे रेत पर।bd।
Singer – Veer Sanwra