आंधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे।
दोहा – मै तो थाने देखु नही,
देखे सब संसार,
आंधलीया रे आगा आवजो,
म्हारा रामा राज कंवार।
अरे धोली धोली ध्वजा बापजी,
आंधा लेकर आवे,
अरे धोली धोली ध्वजा बापजी,
आंधा लेकर आवे,
अरे आँधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे,
अरे आँधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे।।
अरे आवो पीरजी आवो,
आवो पीरजी आवो,
अरे आँधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे,
अरे आँधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे।।
अरे घोडले असवार बापजी,
दौड्या दौड्या आवे,
ओ घोडले असवार बापजी,
दौड्या दौड्या आवे,
अरे आँधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे,
अरे आँधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे।।
अरे आंधलीया भी आवे,
ओ पांगलीया भी आवे,
अरे आंधलीया भी ओ,
पांगलीया भी आवे,
अरे आँधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे,
अरे आँधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे।।
अरे मास भादवे मेलो ओ,
पैदल सगलो आवे,
अरे मास भादवे मेलो ओ,
पैदल सगलो आवे,
अरे आँधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे,
अरे आँधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे।।
अरे रूनीचा मे भजन सुनावे,
हरि गुण मंगल गावे,
अरे रूनीचा मे भजन सुनावे,
हरि गुण मंगल गावे,
अरे आँधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे,
अरे आंधा का तन्दूरा म्हारा,
बाबाजी बजावे रे।।
गायक – कालूराम जी बिखरनिया।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818