आँखों के आंसू हर पल पुकारे,
आजा हारे के सहारे,
आजा हारे के सहारे।।
तर्ज – कब आएगा मेरे।
गहरी नदी है तेज है धारा,
रात अँधेरी दूर किनारा,
माँझी बनकर करके तू ही तो,
सबको पार उतारे,
आजा हारे के सहारे,
आजा हारे के सहारे।।
आस की माला टूट गई है,
शायद किस्मत रूठ गई है,
गैर हो गए जो थे अपने,
हम अपनों से हारे,
आजा हारे के सहारे,
आजा हारे के सहारे।।
ऐसा कोई नजर ना आए,
जो इस दिल को धीर बंधाए,
जो देखे थे सपने मैंने,
चूर हो गए सारे,
आजा हारे के सहारे,
आजा हारे के सहारे।।
देर करो ना कृष्ण कन्हैया,
पार लगा दो मेरी नैया,
कैसे फूल खिलेंगे ‘बेधड़क’,
ये पतझड़ के मारे,
आजा हारे के सहारे,
आजा हारे के सहारे।।
आँखों के आंसू हर पल पुकारे,
आजा हारे के सहारे,
आजा हारे के सहारे।।
Singer – Ram Kumar Lakhha
Upload – Harkesh Thakran