आओ गणपति म्हारे दरबार में,
बाबा बैठे सं भक्त इंतजार में।।
भक्तों ने दरबार सजाया,
देखो गणपत आ कं ने-2,
सब देवों संग पुजे जाते,
पहलम ध्यान लगा कं ने-2,
सब तं न्यारे बाबा परिवार में,
बाबा बैठे सं भक्त इंतजार में।।
पान चढै और फुल चढै,
तेरे मोदक सब तं न्यारे हो-2,
तुम गौरा के लाल हो बाबा,
शिव के राजदुलारे हो-2,
सब तं सिम्पल राजी ना सिंगार में,
बाबा बैठे सं भक्त इंतजार में।।
सब देवों मे अलग हो बाबा,
मोहनी सुरत भोली हो-2,
बांझन को तुं लाल देवः,
निर्धन की भरता झोली हो-2,
सुरज रोहटिया खो गया तेरे प्यार में,
बाबा बैठे सं भक्त इंतजार में।।
आओ गणपति म्हारे दरबार में,
बाबा बैठे सं भक्त इंतजार में।।
गायक – मुकेश शर्मा।
प्रेषक – प्रेषक – राकेश कुमार जी।
खरक जाटान (रोहतक)
9992976579