ए प्रथम सिवरु शारदा मै,
गुण गणपत रा गावु ओ,
प्रथम सिवरु शारदा मै,
गुण गणपत रा गावु ओ,
रिद्धि सिद्धि रा ध्यावु देवता,
रिद्धि सिद्धि रा ध्यावु देवता,
अरे सुर दो माता शारदा,
कंठा आप बिराजो जी,
सुर दो माता शारदा,
कंठा आप बिराजो जी,
महिमा गावु आरासुरी आपरी,
कोई महीमा गावु आरासुरी मात री।।
ए जिला सिरोही गांव आरासणा,
अम्बे मां रो धाम जी,
जिला सिरोही गांव आरासणा में,
अम्बे मां रो धाम जी,
दर्शन ने आवे नर नार जी,
मां दर्शन ने आवे नर नार जी,
ए आरासुरी अम्बे माता रा,
परचा अपरम्पार जी,
आरासुरी अम्बे माता रा,
परचा अपरम्पार जी,
जग री कल्याणी मोटी मावडी,
मैया जग री कल्याणी मोटी मावडी।।
ए आरासुर असुर मारीयो,
आरासुरी केवाया जी,
आरासुर असुर मारीयो,
आरासुरी केवाया जी,
आरासणा बैठी अम्बे मावडी,
कोई आरासणा बैठी अम्बे मावडी,
अरे महाराणा भवानी सिंह जी,
भक्त मैया रो महान जी,
महाराणा भवानी सिंह जी,
भक्त मैया रो महान जी,
दांता शहर सु आविया,
कोई अम्बे माताजी री करता चाकरी।।
ए गुजरात री भोम दांता,
गांव सु पधारे जी,
महाराणा भवानी सिंह जी,
दांता गांव सु आवे जी,
आवे आरासणा अम्बे धाम जी,
कोई नित पूनम री देता हाजरी,
अरे बालपना सु दर्शन करवा,
आवे दांता रा राणा जी,
बालपना सु दर्शन करवा,
आवे दांता रा राणा जी,
भगत रे मन री पूरो आस जी,
अम्बे सेवक रे मन री पूरो आस जी।।
ए दांता रा दरबार राणाजी,
केवे मन री बात जी,
बूढ़ापा में मासु मैया,
चाल्यो कोनी जावे जी,
आप पधारो दांता रा महल में,
मैया सेवा करूला मै तो आपरी,
अरे आरासुरी अम्बे माता,
केवे भगत ने बात जी,
आरासुरी अम्बे माता,
केवे भगत ने बात जी,
एक वचन म्हारो साम्भलो,
सेवक एक वचन म्हारो साम्भलो।।
ए आगे आगे चालो भगत,
मै तो थोरे लारे जी,
आगे आगे चालो भगत,
मै तो थोरे लारे जी,
केवे भगत ने मैया बात जी,
कोई वचन सुनावे अम्बे माताजी,
ए लारे मुडने मती देखजो,
सुनलो राणा बात जी,
म्हारे आवन री होवे निशानी,
बाजे रुणझुण पायल जी,
झांझर झनकारे मैया चालीया,
एतो झांझर झनकरे मैया आविया।।
ए आरासणा सु हुआ रवाना,
आया गुजरात भोम जी,
आरासणा सु हुआ रवाना,
आया गुजरात भोम जी,
गब्बर पहाडी पर आया मावडी,
एतो गब्बर पहाड़ी पर आया मावडी,
अरे पायल री आवाज नी आवे,
लारे मुडीया राणा जी,
अरे वचन तोडीयो मावडी रो,
प्रगट भया अम्बे मात जी,
आया केवे राणा ने मैया बात तो,
मै तो आसन ढालु रे गब्बर पहाड़ पे।।
ए दांता रा दरबार ने परचो,
दीनो आरासुरी मात जी,
भगत रे मां हाजिर आया मोटी,
जग धनीयानी जी,
मैया री लीला अपरम्पार जी,
मैया भगतो रे बुलाया आया मावडी,
अरे ऊंचा भाखर आप बिराजो,
भगता री रखवाल जी,
आरासणा में बैठी मैया,
भगता री रखवाल जी,
जगत में चावो थारो नाम जी,
कोई गूंजे जयकारा मैया आपरा।।
ए आरासणा में सुन्दर बनीयो,
आरासुरी रो धाम जी,
भादवा सुदी पूनम रो मेलो,
लागे अति जोर जी,
दर्शन ने आवे लाखो नार जी,
कोई दर्शन ने आवे लाखो जातरी,
ए नाभीकमल री होवे पूजा,
आरासणा धाम जी,
नाभी कमल री होवे पूजा,
आरासणा धाम जी,
महीमा भगत गावे आपरी,
मैया महीमा रो पायो कोनी पार जी।।
ए सिंह सवारी प्यारी लागे,
मूरत मनडे भावे जी,
सिंह सवारी प्यारी लागे,
मूरत मनडे भावे जी,
भगतो रे हेले हाजिर आवाजों,
मैया काला गोरा भेरूजी लावजो,
ए जगमग जागें ज्योत मैया,
आरतियां नित होवे जी,
जगमग जागे ज्योत मैया,
आरतियां नित होवे जी,
वेला रे वेगा आवो मावडी,
कोई ज्योता हलकारे दर्शन देवजो।।
ए बारड परमार थाने,
नित शिश नमावे जी,
*शिवगढ़ रा भवानी सिंह जी*,
नित हाथ जोडे जी,
भगतो पे छत्तर छाया राखजो,
मैया भक्तों पर छत्तर छाया राखजो,
अरे *मनीष सीरवी* महीमा बनावे,
रायपुर रो निवासी जी,
मनीष सीरवी कलम चलावे,
महीमा जोर बनावे जी,
*प्रवीण माली* गुण गावतो,
प्रवीण माली महीमा गावतो।।
ए प्रथम सिवरु शारदा मै,
गुण गणपत रा गावु ओ,
प्रथम सिवरु शारदा मै,
गुण गणपत रा गावु ओ,
रिद्धि सिद्धि रा ध्यावु देवता,
रिद्धि सिद्धि रा ध्यावु देवता,
अरे सुर दो माता शारदा,
कंठा आप बिराजो जी,
सुर दो माता शारदा,
कंठा आप बिराजो जी,
महिमा गावु आरासुरी आपरी,
कोई महीमा गावु आरासुरी मात री।।
गायक – प्रवीण जी माली।
प्रेषक / लेखक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला ब्यावर राजस्थान)
9640557818