आरती री बेला पधारो,
अजमाल रा दर्शन री बलिहारी,
ओ बाबा निकलंक नेजा धारी,
ओ बाबा जे।।
लीला तो करड़ा घोडला कंवार रे,
बाग़ भली सिण गारी,
लीले घोड़े कियो हरनाटो,
आप होया असवारी ओ जे।।
नगर नाराणे सू रिणसी पधारया,
खींव रिख आगीवाणी,
नीमो पानो रा करवत हेरिया,
दूधों नदियां हलाणी ओ जे।।
गढ़ रे रुणेचे सू रामदेव पधारया,
डाली बाई आगीवाणी,
माता मैणादे करे ओ आरती,
भर मोतियों गज थाळी ओ जे।।
मेवा रे नगर सू रावळ मालदे पधारया,
धारू रिख आगीवाणी,
राणी रूपादे करे ओ आरती,
भर मोतियों गज थाळी ओ जे।।
कच्छ भुज सू जैसल तोलादे पधारया,
सन्त बड़ा मिणधारी,
कड़वा नीर मीठा कर दीना,
वा तोळन कठियाणी ओ जे।।
नितरी दौलत बंटे देवरे,
रिव उगे प्रभाती,
बुधर रिखियो भजन में बोले,
राखो कलम हमारी ओ जे।।
आरती री बेला पधारो,
अजमाल रा दर्शन री बलिहारी,
ओ बाबा निकलंक नेजा धारी,
ओ बाबा जे।।
गायक – हेमराज पंवार।
प्रेषक – रामेश्वर लाल पँवार।
आकाशवाणी सिंगर।
9785126052