आव ऐ माई मोर मजमा में,
श्लोक – या देवी स्वभूतेषु,
विद्या रूपेन संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै,
नमस्तस्यै नमो नमः।।
आव ऐ माई मोर मजमा में,
अब ना अबेरिया कर ऐ मां।।
नहीं बाटे धुप दीप ना,
कवनो सधनवा,
नहीं बाटे राग रागनी,
नहीं गेयानवा,
पार कर मोर नईया के,
तनी पटवरिया धल ऐ मां।।
कहिया ले लेबु माई,
भगत के खबरिया,
करत पुकार बितले,
जाले मोर उमरिया,
जब ले आइबु यही सभवा में,
तबले गोहरिया करब माँ।।
कवि सुर तुलसी के,
मुख में समईलू,
काईले पुकार मीरा,
देरियो ना काईलू,
मितेन्द्र के बेरी काहे ना,
आइलू तनिसा नजरिया,
फेर ए माँ।।
आव ऐ माई मोर मजमा मे,
अब ना अबेरिया कर ऐ मां।।
Singer – Mitendra bihari
9931500443