आया ग्यारस का दिन मतवाला,
आज खाटू को चलिए।
दोहा – जब हार के जग के लोगों से,
पहुंचा खाटू दरबार,
ग्यारस का दिन था श्याम का,
बैठा था लखदातार।
आया ग्यारस का दिन मतवाला,
आज खाटू को चलिए,
वहाँ बैठा सभी का रखवाला,
आज खाटू को चलिए,
चर्चा जमाने में है श्याम सरकार का,
चर्चा जमाने में है श्याम सरकार का,
सबको वही है देने वाला,
आज खाटू को चलिए।।
कहते हैं सारे लखदातारी,
भर देगा पल में झोलियाँ हमारी,
हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा,
हर मुश्किलों में मैंने तुमको पुकारा,
आया ग्यारस का दिन मतवालां,
आज खाटू को चलिए,
वहाँ बैठा सभी का रखवाला,
आज खाटू को चलिए।।
सबसे निराला है दरबार श्याम का,
दुनिया में बाजे डंका उसके ही नाम का,
हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा,
हर मुश्किलों में मैंने तुमको पुकारा,
आया ग्यारस का दिन मतवालां,
आज खाटू को चलिए,
वहाँ बैठा सभी का रखवाला,
आज खाटू को चलिए।।
चौखट पे उसके सर को झुकायेंगे,
मन की मुरादें ‘सोनू नितीश’ भी पाएंगे,
हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा,
हर मुश्किलों में मैंने तुमको पुकारा,
आया ग्यारस का दिन मतवालां,
आज खाटू को चलिए,
वहाँ बैठा सभी का रखवाला,
आज खाटू को चलिए।।
आया ग्यारस का दिन मतवाला,
आज खाटू को चलिए,
वहाँ बैठा सभी का रखवाला,
आज खाटू को चलिए,
चर्चा जमाने में है श्याम सरकार का,
चर्चा जमाने में है श्याम सरकार का,
सबको वही है देने वाला,
आज खाटू को चलिए।।
Singer – Sonu Magan