आया जन्मदिन श्याम धनि का,
झूम रहा संसार,
सजधज कर बैठे है,
मेरे सांवरिया सरकार।bd।
तर्ज – सुनो ससुर जी।
बाबा का धाम ऐसा,
सुंदर सजा है,
केसरिया बागा तन पे,
खूब जचा है,
माथे पे मोर मुकुट,
गले में हार है,
मेहंदी का रंग भी क्या,
खूब रचा है,
रंग बिरंगे है गुब्बारे,
रंग बिरंगे है गुब्बारे,
द्वार पे बंदनवार,
सजधज कर बैठे है,
मेरे सांवरिया सरकार।bd।
मस्ती का रंग देखो,
सब पे चढ़ा है,
हर कोई नाचने की,
जिद पे अड़ा है,
तन मन है झूम रहा,
ना कोई सुध है,
भक्तों का जोश देखो,
कितना बड़ा है,
ढोल बजे है बजे है ताशे,
ढोल बजे है बजे है ताशे,
बजे है नोपत द्वार,
सजधज कर बैठे है,
मेरे सांवरिया सरकार।bd।
स्वर्णिम पलो की,
आई है बेला,
दर पे लगा है ‘मोहित’,
भक्तों का मेला,
ना कोई चिंता,
ना ही फिकर हो,
छोड़ो जहां का तुम तो,
सारा झमेला,
आया मौका किसने रोका,
आया मौका किसने रोका,
हो जाओ तैयार,
सजधज कर बैठे है,
मेरे सांवरिया सरकार।bd।
आया जन्मदिन श्याम धनि का,
झूम रहा संसार,
सजधज कर बैठे है,
मेरे सांवरिया सरकार।bd।
Singer – Namrata Karwa