आया श्याम धणी का मेला,
खाटू की गली दम दमके,
कीर्तन का अजब नजारा,
भक्त नाचे जम जमके।।
तर्ज – उड़े जब जब जुल्फें तेरी।
श्याम कुंड की महिमा न्यारी,
जहाँ प्रकटे श्याम बिहारी,
के रोग कटे सारे तन के,
के रोग कटे सारे तन के मेरे मन के,
रंगीलो मेरो बाबो श्याम,
यो प्यारो प्यारो हठीलो,
मेरो बाबो श्याम।।
मंदिर का रुतबा न्यारा,
जहाँ बैठा श्याम हमारा,
दरश देवे हंस हंस के,
दरश देवे हंस हंस के सांवरिये।।
‘गोपाल’ तू सर को झुका ले,
श्याम कृपा से झोली भरले,
भजन गाओ हिलमिल के,
भजन गाओ हिलमिल के हिलमिल के।।
आया श्याम धणी का मेला,
खाटू की गली दम दमके,
कीर्तन का अजब नजारा,
भक्त नाचे जम जमके।।
Singer – Abhijeet Kohar