बाबोसा के पास है जो,
बड़े खुश नसीब है,
जो चरणों से दूर इनके,
वो बदनसीब है,
जब सर पे इनका हाथ,
डरने की क्या बात,
रहता है हर घड़ी ये,
भक्तो के साथ है,
बाबोसा संग तेरे,
साथ न छोड़े,
पग पग पे हमको,
बाबोसा संभाले,
आये शरण तुम्हारी,
बाबोसा चूरूवाले,
हे माँ छगनी नंदन,
जीवन तेरे हवाले,
आए शरण तुम्हारी,
बाबोसा चूरूवाले।।
तर्ज – तुझे भूलना तो चाहा।
(जुबिन नौटियाल)
छोड़ दी चिंता तेरे भरोसे पर,
चिंता हरेगा अब तू ही,
तेरे इशारे पर चलता सब कुछ,
तू जो करे होता वही,
हो…तेरी इस माया को,
समझ न पाये हम,
बाबोसा तेरे खेल है बड़े निराले,
आए शरण तुम्हारी,
बाबोसा चूरूवाले,
हे माँ छगनी नंदन,
जीवन तेरे हवाले।।
खुशियो के होंगे पल,
मिल जाये तेरा बल,
तेरी दिल से भक्ति मैं करूँ,
तेरे सिवा झोली फैलाऊं मैं,
किससे फरियाद करूँ,
हो…दिलबर दिल की,
यही आरजू है,
अपनी शरण में तू बिठाले,
आये शरण तुम्हारी,
बाबोसा चूरूवाले,
हे माँ छगनी नंदन,
जीवन तेरे हवाले।।
कौन कहता है कि इस दर पे,
होती भक्तो की हार है,
वो देखो भक्तो को गले,
लगा रहा बाबोसा सरकार है।
गायक – श्री हर्ष व्यास जी मुम्बई।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365