देखो दरबार सजा है निराला,
आएगा बाबोसा चुरू वाला,
माता छगनी का प्यारा लाला,
आयेगा बाबोसा चुरू वाला।।
भक्तो बोलो एकबार,
जय श्री बाबोसा सरकार,
खोलो दिल के दरवाजे का ताला,
आयेगा बाबोसा चुरू वाला।।
बस एक ही आस,
रखो पक्का विश्वास,
दर्शन पायेगा किस्मतवाला,
आयेगा बाबोसा चुरू वाला।।
करो मिलकर पुकार,
एक नही सो सो बार,
फिर ये रोके न रुकने वाला,
आयेगा बाबोसा चुरू वाला।।
विनती सुनकर जरूर,
दौड़ा आयेगा हुजूर,
दर से खाली किसी को न टाला,
आयेगा बाबोसा चुरू वाला।।
देगा बिगड़ी संवार,
हमको है एतबार,
रेखा किस्मत की बदलने वाला,
आयेगा बाबोसा चुरू वाला।।
‘दिलबर’ है जो ‘अपेक्षा’,
करले थोड़ी प्रतिक्षा,
तुझे दर्शन है होने वाला,
आयेगा बाबोसा चुरू वाला।।
देखो दरबार सजा है निराला,
आएगा बाबोसा चुरू वाला,
माता छगनी का प्यारा लाला,
आयेगा बाबोसा चुरू वाला।।
गायिका – अपेक्षा पामेचा।
लेखक / प्रेषक – दिलीप सिंह सिसोदिया दिलबर।
9907023365