अब तो सुन ले कि आ गया,
दर पे तुम्हारे,
ओ श्याम बाबा श्याम प्यारे,
अब कर दे करम,
हारे के सहारे,
ओ मैं भी आया हूं देखो,
झोली पसारे,
ओ श्याम बाबा श्याम प्यारे।।
तर्ज – तू भी आजा कि आ गई।
सहनी है कब तक यूं,
जग की भी बातें,
कटते ना दिन अब ये,
कटती ना रातें,
ओ जीना मुश्किल हुआ यहां,
ना तू विचारे,
ओ श्याम बाबा श्याम प्यारे।।
किसको सुनाऊं अब मैं,
अपनी कहानी,
दर पे है तेरे मेरी,
आंखों में पानी,
ओ ‘जालान’ गर्दिश में आज,
तुमको पुकारे,
ओ श्याम बाबा श्याम प्यारे।।
अब तो सुन ले कि आ गया,
दर पे तुम्हारे,
ओ श्याम बाबा श्याम प्यारे,
अब कर दे करम,
हारे के सहारे,
ओ मैं भी आया हूं देखो,
झोली पसारे,
ओ श्याम बाबा श्याम प्यारे।।
गायक – प्रवीण कुमार ‘पिंटू’
लेखक – पवन जालान जी।
9416059499 भिवानी (हरियाणा)