ऐ मुरली वाले मेरे कन्हैया,
बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं,
ऐ मुरली वालें मेरे कन्हैया,
बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं,
तुम्हारी यादों में प्राण प्यारे,
आंखों से आंसू छलक रहे हैं,
ऐ मुरली वालें मेरे कन्हैया,
बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं।।
तर्ज – फसी भंवर में थी मेरी नैया।
मुझे है कितनी तुमसे मोहब्बत,
कभी जरा आजमा के देखो,
तुम्हारे कदमों में मर मिटेंगे,
तुम्हारे कदमों में मर मिटेंगे,
दिल में ये अरमां मचल रहे हैं,
ऐ मुरली वालें मेरे कन्हैया,
बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं।।
मुझे है चाहत बस एक तेरी,
ना छोड़ना तुम मुझे अकेला,
तुम मुझसे बस इतना सा कहदो,
तुम मुझसे बस इतना सा कहदो,
मिलने को तुमसे हम चल रहे हैं,
ऐ मुरली वालें मेरे कन्हैया,
बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं।।
हम तुमसे दामन फैलाके मांगे,
रहमत की अपनी तुम भीख दे दो,
‘चित्र विचित्र’ भी ऐ कमली वाले,
‘चित्र विचित्र’ भी ऐ कमली वाले,
तेरे कर्म पे ही पल रहे हैं,
ऐ मुरली वालें मेरे कन्हैया,
बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं।।
ऐ मुरली वाले मेरे कन्हैया,
बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं,
ऐ मुरली वालें मेरे कन्हैया,
बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं,
तुम्हारी यादों में प्राण प्यारे,
आंखों से आंसू छलक रहे हैं,
ऐ मुरली वालें मेरे कन्हैया,
बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं।।
स्वर – श्री चित्र विचित्र जी महाराज।
प्रेषक – शेखर चौधरी
मो – 9074110618