अखियों से दूर ना होना,
ना होना मेरे श्याम प्यारे,
श्याम प्यारे प्राण हमारे,
श्याम प्यारे प्राण हमारे,
अँखियों से दूर ना होना,
ना होना मेरे श्याम प्यारे।।
जग से हारा बालक तुम्हारा,
जग से हारा बालक तुम्हारा,
तेरी शरण में पड़ा है बेचारा,
दया की नज़र अब करो ना,
करो ना मेरे श्याम प्यारे,
अँखियों से दूर ना होना,
ना होना मेरे श्याम प्यारे।।
आस दरस की कबसे लगी है,
आस दरस की कबसे लगी है,
बड़ी छोटी-सी मेरी जिंदगी है,
टूट ना जाए खिलौना,
खिलोना मेरे श्याम प्यारे,
अँखियों से दूर ना होना,
ना होना मेरे श्याम प्यारे।।
पाप किया क्या मैंने भारी,
पाप किया क्या मैंने भारी,
मेरी सुध प्रभु क्यों कर बिसारी,
गलती को मेरी गिनो ना,
गिनो ना मेरे श्याम प्यारे,
अँखियों से दूर ना होना,
ना होना मेरे श्याम प्यारे।।
दर्शन तेरा पा के रहेंगे,
दर्शन तेरा पा के रहेंगे,
दिल की व्यथाएँ सारी तुमसे कहेंगे,
कितने भी हमसे फिरोना,
फिरोना मेरे श्याम प्यारे,
अँखियों से दूर ना होना,
ना होना मेरे श्याम प्यारे।।
अखियों से दूर ना होना,
ना होना मेरे श्याम प्यारे,
श्याम प्यारे प्राण हमारे,
श्याम प्यारे प्राण हमारे,
अँखियों से दूर ना होना,
ना होना मेरे श्याम प्यारे।।
गायक – श्रीनिवास शर्मा
प्रेषक – निलेश मदनलालजी खंडेलवाल।
धामनगांव रेलवे। 9765438728