आकृति मिश्रा श्याम भजन मिक्स धमाल,
१. अबके फागण में बाबा से मिलके,
खूब मजो आयो,
अबके फागण में,
खुब मजा आयो रे मने,
बहोत मजो आयो,
अबके फागण में।।
देखे – अन्य धमाल भजन लिरिक्स।
२. जुलम कर डारयो,
सितम कर डारयो,
काले ने कर दियो लाल,
जुलम कर डारयो।।
३. भगत कित पड़ के सो गया रे,
भाई क्यों ना खाटू आया।।
४. सांची बोलूं तो म्हारा परिवार ने,
तू ही संभाले रे,
सांची बोलूं तो
तू ही चावे जद तो म्हारो,
धंधो चाले रे,
सांची बोलूं तो।।
५. थे ही तो म्हारा मायड़ बाप,
म्हारा खाटू रा सरदार,
म्हारा बाबा लखदातार,
नईचा पड़ी है मझधार,
उतारो पार,
नईचा पड़ी है मझधार,
उतारो पार।।
६. खावो हो थे खीर चुरमो,
लीले ऊपर घूमो हो,
टाबरा ने बाबा थे,
कदे ही ना भूलो हो।
(तर्ज – दिनानाथ मेरी बात)
लीले लीले घोड़लिया ने,
हांको म्हारा श्यामजी,
टाबरा रे कानी इक बर,
झाको म्हारा श्यामजी,
म्हारा ही बुलावे बैगा,
आवो म्हारा श्यामजी,
बालका रे कानी इक बर,
झाको म्हारा श्यामजी।।
७. श्याम धणी आने में,
जो देर लगाओगे,
इतना समझलो हारे हुरे को,
और हराओगे।।
८. काल रात सपनों आयो,
बाबो हेला मारे,
मन्दिर में म्हारो मन नही लागे,
मने ले चलो सागे।।
९. सांवरियो आड़े आवेगों,
जद कोई ना आवे,
दुनिया में थारे काम,
सांवरियो आड़े आवेगों।।
१०. अइया आंख ना दिखावो,
थाने पाप लागे,
थारे सेठ जी रो सेठ,
म्हारो बाप लागे।
श्याम की माया श्याम ही जाने,
रंक ने राजा पल में बणावे,
थारे म्हारे में कई,
अलग अलग कोई छाप लागे,
थारो म्हारो सबको,
सेठ सांवरों बाप लागे।।
गायिका – आकृति मिश्रा।
प्रेषक – घनश्याम जी।
9667059873