अलख निरंजन अलख निरंजन,
शिव गोरक्ष आदेश कहूं,
के लेणा झूठी दुनिया त,
तेरे चरणों में पेश रहूं।।
सेवा भक्ति करूंगा तेरी,
अपणा चित मन लाकै नै,
इस दुनिया के झूठे झगड़े,
सारे दूर हटाकै न,
मन मंदिर म आसन लाकै,
करले न प्रवेश कहूं,
के लेणा झूठी दुनिया त,
तेरे चरणों में पेश रहूं।।
जय शिव गोरख ओम शिव गोरक्ष,
सारी हाणां टेरुं सूं,
मन का मणीया सांस की डोरी,
माला तेरी फेरूं सूं,
उड़ते मन नै हेरुं सूं,
रहग्या और के शेष कहूं,
के लेणा झूठी दुनिया त,
तेरे चरणों में पेश रहूं।।
नौ नाथों म एक नाथ तू,
मेरे दिल का प्यारा स,
इस दुनिया में कोन्या स,
जो तेरी शरण नजारा स,
धरती ऊपर आरया सै,
तनै शिव शंकर महेश कहूं,
के लेणा झूठी दुनिया त,
तेरे चरणों में पेश रहूं।।
लक्की शर्मा तेरी सेवा में,
अर्पण पुतला चाम करया,
विनती करै गजेन्द्र स्वामी,
बाग रखिए हरा भरा,
शरण पड़े का कष्ट हरया तनै,
हरले मेरा क्लेश कहूं,
के लेणा झूठी दुनिया त,
तेरे चरणों में पेश रहूं।।
अलख निरंजन अलख निरंजन,
शिव गोरक्ष आदेश कहूं,
के लेणा झूठी दुनिया त,
तेरे चरणों में पेश रहूं।।
Singer – Lucky Sharma Picholiya
9034283904
Writer – Gajender Swami Kurlan
9996800660