नवरात्रे मैया के आये है द्वार,
सज गया देखो बाबोसा दरबार,
अम्बे माँ के संग में,
आओ बाबोसा सरकार,
जय अम्बे जय जय श्री बाबोसा।।
हो नवरात्रि आई,
सज गया घर आँगन,
नव दिन ये है बड़े ही पावन,
श्रंगार तेरा फूलो से सजाऊँ,
मूरत लागे अति मन भावन,
अम्बे मां के संग में,
आओ बाबोसा सरकार,
जय अम्बे जय जय श्री बाबोसा।।
एक शेर सवारी,
एक लीले असवार हो,
माँ बेटे की जोड़ी आई है द्वार हो,
सारे शहर में गूंज रही है,
बाबोसा अम्बे माँ की जयजयकार हो,
अम्बे मां के संग में,
आओ बाबोसा सरकार,
जय अम्बे जय जय श्री बाबोसा।।
माँ शेरावाली की जब,
होगी जय जयकार,
गरबे की धूम होगी बाबोसा दरबार,
स्वागत में बाईसा,
खड़े है स्वयं आज,
‘दिलबर’ आज होंगे सबको दीदार,
अम्बे मां के संग में,
आओ बाबोसा सरकार,
जय अम्बे जय जय श्री बाबोसा।।
नवरात्रे मैया के आये है द्वार,
सज गया देखो बाबोसा दरबार,
अम्बे मां के संग में,
आओ बाबोसा सरकार,
जय अम्बे जय जय श्री बाबोसा।।
गायक – श्री हर्ष व्यास, मीनाक्षी गुनाजी।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365