अम्बे सारी दुनिया ये,
तेरी ही तो दीवानी है,
सब कहते है तुम जैसा,
ना कोई भी दानी है।।
तर्ज – बाबुल का ये घर।
जो भी मिला है मुझे,
तुझसे ही पाया है,
पावन ये मन मेरा,
निर्मल जो काया है,
तुझसे ही होती माँ,
तुझसे ही होती माँ,
सफल ज़िंदगानी है,
अम्बें सारी दुनिया ये,
तेरी ही तो दीवानी है।।
ऋषियों ने पूजा तुझे,
देवों ने माना है,
महिमा तेरी गाते,
शक्ति को भी जाना है,
अम्बर से धरती तक,
अम्बर से धरती तक,
तेरी ही कहानी है,
अम्बें सारी दुनिया ये,
तेरी ही तो दीवानी है।।
जिसने पुकारा तुझे,
तूने जीवन संवारा है,
तुझे छोड़ जाऊं कहाँ,
मेरा तू ही सहारा है,
ममता की तू मैया,
ममता की तू मैया,
एक निर्मल रवानी है,
अम्बें सारी दुनिया ये,
तेरी ही तो दीवानी है।।
अम्बे सारी दुनिया ये,
तेरी ही तो दीवानी है,
सब कहते है तुम जैसा,
ना कोई भी दानी है।।
गायक – मुकेश कुमार मीणा।