अपना बना ले मैनू सोणेया,
चरणी लगा ले मैनू सोणेया,
मैनू अपना बना ले,
कदे ता चरणी ला ले,
नाले दिल दे ला ले,
वृदावन वीच बसा ले,
अपना बना ले मेनू सोणेया,
चरणी लगा ले मैनू सोणेया।।
मेरी जिंदगी निमाणी,
मेरी जिंदगी निमाणी,
मेरी जिंदगी निमाणी,
वे तेरी मेरी कहानी,
वे कई सदियों पुरानी,
वे तू ही तो दिलबर जानी,
अपना बना ले मेनू सोणेया,
चरणी लगा ले मैनू सोणेया।।
चना ना कर आडिया,
चना ना कर आडिया,
चना ना कर आडिया,
वे आखा तेरे नाल लडिया,
वे बाहा तेरीया फडिया,
वे तेरे दर ते खडिया,
अपना बना ले मेनू सोणेया,
चरणी लगा ले मैनू सोणेया।।
एक दिन टूर जावागे,
एक दिन टूर जावागे,
एक दिन टूर जावागे,
फिरे ना मूड के आवागे,
गुण तेरे ही गावागे,
लगी तोड निभावागे,
अपना बना ले मेनू सोणेया,
चरणी लगा ले मैनू सोणेया।।
साडे बाके बिहारी,
साडे बाके बिहारी,
साडे बाके बिहारी,
ऐ पागल दुनिया सारी,
वे ‘चित्र विचित्र’ दी यारी,
गोपाली जावे वारी,
अपना बना ले मेनू सोणेया,
चरणी लगा ले मैनू सोणेया।।
अपना बना ले मैनू सोणेया,
चरणी लगा ले मैनू सोणेया,
मैनू अपना बना ले,
कदे ता चरणी ला ले,
नाले दिल दे ला ले,
वृदावन वीच बसा ले,
अपना बना ले मेनू सोणेया,
चरणी लगा ले मैनू सोणेया।।
स्वर – चित्र विचित्र जी महाराज।
प्रेषक – पूजा गगनेजा।