अपने भक्तों पर सांवरिया,
इतना कर देना उपकार,
आंगन हरा भरा कर देना,
मेरा सुखी रहे परिवार।।
कोई भी विपदा ना घर पर आए,
घर का स्वामी करोड़ों कमाए,
मेरे बच्चे रहे बस निरोगी,
मेरे दिल को तसल्ली तभी होगी,
मेरे मायके में भाई का,
बाबा खूब चले व्यापार,
अपने भक्तो पर सांवरिया,
इतना कर देना उपकार।।
चले बच्चों की अच्छी पढ़ाई,
मेरी बिटिया की हो जाए सगाई,
अपने घर वह खुशी से प्रभु जाए,
मिले अच्छा सा मुझको जवाई,
मेरी बिटिया को सांवरिया,
देना अच्छा सा घर बार,
अपने भक्तो पर सांवरिया,
इतना कर देना उपकार।।
बहु देना मुझे तुम ऐसी,
उसकी सूरत हो सीता के जैसी,
वह चरित्र प्रभु उर्मिल सा लाए,
मेरा बेटा भी लाखों कमाए,
बहु के हाथों से करवाऊं,
तेरा सांवरिया सिंगार,
अपने भक्तो पर सांवरिया,
इतना कर देना उपकार।।
अपने जीवन को सुख से बिताएं,
मुश्किलें बनकर बाधा ना आए,
कर्जा मुझ पर ना हो सांवरिया,
नाचू दर पर तेरे हो बावरिया,
‘मोहन सागर’ मांगे,
मोहन तुझसे तेरा ये दरबार,
अपने भक्तो पर सांवरिया,
इतना कर देना उपकार।।
अपने भक्तों पर सांवरिया,
इतना कर देना उपकार,
आंगन हरा भरा कर देना,
मेरा सुखी रहे परिवार।।
गायक – मोहन सागर।
7988271405