होगी तेरी जीत कल,
आज हुई जो हार,
बंदे चिंता क्यों करे,
है खाटू दरबार,
प्यार से दुनिया कह रही है,
जिसको लखदातार,
अपने तो श्याम जी,
अपनें तो श्याम जी।।
तर्ज – हद कर दी आपने।
मायूसी की बात क्या,
खामोशी क्यों यार,
टूटी नैया भी लगी,
जब भक्तो की पार,
दाता अपना क्यों रखे,
फिर हमको मजधार,
हो अपनें तो श्याम जी,
अपनें तो श्याम जी।।
सारी दुनिया की यहाँ,
जिसके हाथ में डोर,
जाएंगे उस धाम हम,
अपना वही है ठौर,
मिलता है सौभाग्य से,
यहाँ श्याम परिवार,
हो अपनें तो श्याम जी,
अपनें तो श्याम जी।।
दर्शन जिसको मिल गए,
उसकी क्या है बात,
जिसके दिल में श्याम है,
उसकी कैसे मात,
हो रही दुनिया में ‘हरीश’,
बाबा की जयकार,
हो अपनें तो श्याम जी,
अपनें तो श्याम जी।।
होगी तेरी जीत कल,
आज हुई जो हार,
बंदे चिंता क्यों करे,
है खाटू दरबार,
प्यार से दुनिया कह रही है,
जिसको लखदातार,
अपने तो श्याम जी,
अपनें तो श्याम जी।।
Singer – Vinita Joshi