और भजले रे भाया और भजले,
और भजले रे भाया और भजले,
सांवरिया रो ध्यान लगाले रे, रामजी ने और भजले।।
तर्ज – एक बार आवो जी जवाई जी
राम ने भजा तो बेडा पार होवेलो,
श्याम ने भजा तो बेडा पार होवेलो,
तू तो गोविन्द को गुण गाले रे, रामजी ने और भजले।।
मनक जनम थारा काम आवेलो,
अभी नही समझयो तो पछतावेगो,
थारो जनम अकारथ जावे रे, रामजी ने और भजले।।
लाडली कमाई थारा काम आवेली,
प्रेम री कमाई थारा काम आवेली,
थारो जनम सफल हो जाये रे, रामजी ने और भजले।।
प्रभु को भजन थारा साथ जायेगा,
महल मकान यही रह जायेगो,
थारो बेड़ो पार हो जाये रे, रामजी ने और भजले।।
और भजले रे भाया और भजले,
सांवरिया रो ध्यान लगाले रे, रामजी ने और भजले।।
थारो जनम अकारथ जावे रे, रामजी ने और भजले।।
तू तो गोविन्द को गुण गाले रे, रामजी ने और भजले।।