मेरे कंठ बसो महारानी लख्खा जी भजन लिरिक्स
मेरे कंठ बसो महारानी, ना मैं जानू पूजा तेरी, ना मैं जानू महिमा तेरी, मैं मूरख अज्ञानी, मेरे कंठ बसो...
मेरे कंठ बसो महारानी, ना मैं जानू पूजा तेरी, ना मैं जानू महिमा तेरी, मैं मूरख अज्ञानी, मेरे कंठ बसो...
बजरंग बलि मेरी नाव चली, मेरी नाव को पार लगा देना, मुझे माया मोह ने घेर लिया, संताप ह्रदय का...
भक्तो की भीड़ है अपार, भोले जी के मंदिर में।। भोले जी के मंदिर में, शंकर जी के मंदिर में,...
तेरे नाम का मेने दीपक जलाया, माता रानी तेरे द्वार आया, सुना है नसीबा तूने सबका जगाया, ओ माता रानी...
अंजनी के लाल हो तुम, भक्त हो सियाराम के, ऐसे हो तुम दाता दयालु, जग के पालन हार हो, अंजनी...
रघुवर का सेवक पुराना लगता है, हमको तो ये राम दिवाना लगता है, ज्यादा ना देखो नजर लग जायेगी, किर्तन...
तू जो दया ज़रा सी करदे, सर पे हाथ मेरे माँ धर दे। श्लोक - तेरे दरबार का पाने नज़ारा,...
तेरा भवन सजा जिन फूलों से, उन फूलों की महिमा खास है माँ, बड़ा गर्व है उनको किस्मत पर, तेरा...
तेरी दया के किस्से, दुनिया को मैं सुनाऊ। श्लोक - सर झुकाओगे अगर, माँ के दरबार के आगे, ना कभी...
तुम्हे हर घडी माँ प्यार करेगी, जरा माँ के दर पे तुम आकर के देखो, झुलाएगी पलकों के झूले में...
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