कठे रीया ता रे रात वीरा पाबूजी राठौड़ भजन
कठे रीया ता रे रात वीरा, कठे रे नोकाया रंग ला छोटणा रे जी।। गिया ता गाजणीये रे गांव वीरा,...
कठे रीया ता रे रात वीरा, कठे रे नोकाया रंग ला छोटणा रे जी।। गिया ता गाजणीये रे गांव वीरा,...
अपने होंठों पे तेरा नाम, सजा रखा है, हमने आंखों में तुम्हे, गुरूवर बसा रखा है।। तर्ज - एक चहरे...
ये है मयण रेहा की कथा, मयण रेहा की कथा, सतियो है सोलह सती, जिसमे है मयण सती, शील व्रत...
नौकर रख लो लखदातार, खड़ा रहूं मैं तेरी शरण में, बनकर सेवादार, कि नौकर रखलो लखदातार।। नौकर बन जाऊँ श्यामधणी...
दीनबन्धु दीनानाथ, मेरी सुध लीजिये, आया है तूफान नैया, पार कर दीजिए।। तर्ज - दीनानाथ मेरी बात। दास हूँ पुराणों...
राम का गुणगान करिये, राम का गुण गान करिये, राम प्रभु की भद्रता का, सभ्यता का ध्यान धरिये, ध्यान धरिये,...
पिया मिलन के काज आज, जोगन बन जाउंगी।। राग - दरबारी। हार श्रृंगार छोड़कर सारे, अंग बिभूत रमाऊँगी, सिंगी सेली...
मेरा सर्वेश्वर मेरा महाकाल, मेरा परमेश्वर मेरा महाकाल, मेरा सर्वेश्वर मेरा महाकाल, मेरा परमेश्वर मेरा महाकाल, सब काम हो रहा...
तेरी भक्ति में मैं रम जावां, दादा हर पल गुण तेरे गाँवा, हमें ना भुलाना दादा, हमें ना भुलाना, दूर...
श्यामधणी मेरे खा ले खीचड़ो, ल्याई सूँ मैं जी करकै, ठण्डी ठण्डी रबड़ी बाबा, आज खा ले जी भरकै।। जल्दी...
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