सुध लेंगे कैलाशी धरो ध्यान पल का
कहाँ पार है दयालु, मेरे गंगधर का, सुध लेंगे कैलाशी, धरो ध्यान पल का, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय।।...
कहाँ पार है दयालु, मेरे गंगधर का, सुध लेंगे कैलाशी, धरो ध्यान पल का, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय।।...
आगे आगे भदेसर भैरु, लारे माताजी रो रथडो राज, मारोडे आंगणीये, रमता पधारो भैरव बाबा।। हवले हवले मायड हाले, आगत...
माँ थारी चुनरी लागे, म्हाने लागे घनी रूपाली, हीरा चमके पन्ना दमके, मूंगा मोत्या वाली।। मुखड़ों थारों सोहनो नीको, चाँद...
लागे गोठ नगर म्हाने प्यारो, दोहा - प्रगट भई धरा फाड़कर, कुलदेवी माँ अम्ब, मंदिर बनियो गोठ में, ज्यामे अधर...
भोली काया रोवजे मति, दोहा - मुक्ति का घर दोयला, बांको मार्ग होय, सतगुरु की कृपा बिना, अमर पट्टो नहीं...
खुशियां दे या गम दे मुझको, ये तेरा अधिकार है, चाहे जैसे रखना मुझको, बाबा मुझे स्वीकार है, चाहे जैसे...
मुझे भी बुला ले, रामा अवध नगरिया, मेरा तरसे है मन, नाचूं हो के मगन, मेरे रघुनंदन, तेरी शरण, मुझें...
पता नहीं किस रूप में आकर, नारायण मिल जाएगा, निर्मल मन के दर्पण में वह, राम का दर्शन पाएगा, राम...
मैं तो गोविन्द गोविन्द गाउंगी, दोहा - राणा थारे महल अटारे, छोड़ यही सब जाऊं, मैं तो हो गई श्याम...
भर दो बाबा झोली खाली, तेरे दर आया बाबा, तेरा ये सवाली, बंद किस्मत की, बन जाओ ताली, तेरें दर...
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