अवध में राम आए है सजा दो घर को गुलशन सा लिरिक्स

सजा दो घर को गुलशन सा, अवध में राम आए है, अवध मे राम आए है, मेरे सरकार आए है, लगे कुटिया भी दुल्हन सी, लगे कुटिया भी दुल्हन सी, अवध मे राम आए है, सजा दो घर को गुलशन सा, अवध मे राम आए है।। तर्ज – सजा दो घर को गुलशन सा। पखारो … Continue reading अवध में राम आए है सजा दो घर को गुलशन सा लिरिक्स