अयोध्या जाउंगी सखी,
ना लौट के आउंगी,
मेरे उठे विरह की पीर सखी,
अयोध्या जाउंगी।।
छोड़ दिया मैंने भोजन पानी,
राम की याद में,
छोड़ मैंने भोजन पानी,
राम की याद में,
मेरे नैनन बरसे नीर,
सखी अयोध्या जाउंगी।।
प्रभु राम की ऐसी मैं,
दीवानी हो गई,
प्रभु राम की ऐसी मैं,
दीवानी हो गई,
श्री राम नाम की माला ले,
जोगन हो जाउंगी।।
इस दुनिया के रिश्ते नाते,
सब ही तोड़ दिए,
इस दुनिया के रिश्ते नाते,
सब ही तोड़ दिए,
तुझे कैसे दिखाऊं दिल चिर,
सखी अयोध्या जाउंगी।।
जहाँ हनुमानगढ़ी में ध्वजा,
श्री राम की लहराए,
जहाँ हनुमानगढ़ी में ध्वजा,
श्री राम की लहराए,
बजरंगी हनुमान को भी मैं,
शीश झुकाऊँगी,
मेरे उठे विरह की पीर सखी,
अयोध्या जाउंगी।।
करके सरयू स्नान,
ये तन मन पावन होता है,
करके सरयू स्नान,
ये तन मन पावन होता है,
फिर अपने राम लला के,
मैं तो दर्शन पाउंगी,
मेरे उठे विरह की पीर सखी,
अयोध्या जाउंगी।।
श्री राम का मंदिर ऐसा,
सुन्दर बना हुआ,
श्री राम का मंदिर ऐसा,
सुन्दर बना हुआ,
सियाराम के दर्शन पाकर,
मैं धन्य हो जाउंगी,
मेरे उठे विरह की पीर सखी,
अयोध्या जाउंगी।।
अयोध्या जाउंगी सखी,
ना लौट के आउंगी,
मेरे उठे विरह की पीर सखी,
अयोध्या जाउंगी।।
Singer – Riya Brijwasi