बाबा गाँव रूनीचे,
दोहा – गाँव रूनीचे बिराजीया,
बाबो दर्शन दीना आय,
भादरवा री बीज ऊजाली,
प्रगट्या आंगनीया रे माय,
ओ रामाधणी आया,
अजमल आंगनीया रे माय।
बाबा गाँव रूनीचे,
भला बिराज्या आप,
धणी जुगडा रे माय,
ओ म्हाने दर्शन देवो,
टाबर आयो आज धाम,
चरना रे माय ए हा।।
ओ बाबा बीज ऊजाली,
आप पधारीया,
इन धोरां धरती रे माय,
ओ बाबा पिता अजमलजी,
लाड लडावे माँ मैणादे,
आंगन माय ए हा।।
ओ बाबा बालपना में,
परचा दीना गाँव गाँव,
दर्शन ने आय,
ओ बाबा लीला थारी,
अजब निराली,
इन धोरां कलयुग रे,
माय ए हा।।
ओ बाबा लीले घोडे,
हुई असवारी आप,
उडो आकाशों माय,
ए जद भगत पुकारे,
आप पधारीया रामापीर,
दर्शन देवो आय ए हा।।
ओ बाबा “लखन चौधरी”,
महिमा सुनावे,
राखो म्हाने चरनो रे माय,
ओ बाबा भजन बनायो,
भूल चूक री करता विनती,
चरनो रे माय ए हा।।
बाबा गाँव रूनीचे,
भला बिराज्या आप,
धणी जुगडा रे माय,
ओ म्हाने दर्शन देवो,
टाबर आयो आज धाम,
चरना रे माय ए हा।।
गायक – महेंद्र सिंह जी राठौर।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818