बाबा मेरी नैया को,
तुम्हे पार लगाना है,
दुनिया से हारे हम,
तुम्हे साथ निभाना है,
बाबा मेरी नईया को,
तुम्हे पार लगाना है।।
तर्ज – बाबुल का ये घर।
दुनिया से खाई ठोकर,
हम दर तेरे आए है,
सब दर घूम लिए,
बस धक्के ही खाए है,
हम को सहारा दे दो,
हम दर तेरे आए है,
बाबा मेरी नईया को,
तुम्हे पार लगाना है।।
दुनिया ये कहती है,
तू तो हारे का सहारा है,
हारा जो दुनिया से,
तू ही साथ निभाता है,
तेरे भरोसे बाबा,
परिवार हमारा है,
बाबा मेरी नईया को,
तुम्हे पार लगाना है।।
बेचैन मन को सदा,
प्रभु धीरज बंधाते हो,
भक्तों के कष्टों को,
तुम पल में मिटाते हो,
आता जो रोता हुआ,
तुम उसको हसाते हो,
Bhajan Diary,
बाबा मेरी नईया को,
तुम्हे पार लगाना है।।
बाबा मेरी नैया को,
तुम्हे पार लगाना है,
दुनिया से हारे हम,
तुम्हे साथ निभाना है,
बाबा मेरी नईया को,
तुम्हे पार लगाना है।।
Singer – Khushboo Sharma