बाबा ने चरणों से,
जबसे लगाया है मुझे,
पहले तो मैं काबिल ना था,
पहले तो मैं काबिल ना था,
काबिल बनाया आपने,
बाबा ने चरणो से,
जबसे लगाया है मुझे।।
तर्ज – दर्दे दिल दर्दे जिगर।
आपकी रहमत जो बरसी,
खुशनसीबी है मेरी,
मैंने ये सोचा ना था,
मुझपे नजर है आपकी,
सपना जो मैंने देखा था,
सच कर दिखाया आपने,
बाबा ने चरणो से,
जबसे लगाया है मुझे।।
जब जहाँ मैं था गया,
मेरे साथ था मेरा सांवरा,
मिल गई मुझको भी खुशियाँ,
दूर हुई परेशानियां,
हार के जो भी दर गया,
उसको संभाला आपने,
बाबा ने चरणो से,
जबसे लगाया है मुझे।।
आपकी ग्यारस पे खाटू,
आता हूँ बड़े चाव से,
‘श्याम सलौना’ भजन सुनाता,
आपको बड़े भाव से,
‘जय कौशिक’ को भी दिया,
बाबा सहारा आपने,
बाबा ने चरणो से,
जबसे लगाया है मुझे।।
बाबा ने चरणों से,
जबसे लगाया है मुझे,
पहले तो मैं काबिल ना था,
पहले तो मैं काबिल ना था,
काबिल बनाया आपने,
बाबा ने चरणो से,
जबसे लगाया है मुझे।।
Singer – Shyam Salona