बाबा पिले मीठी चाय,
भक्तो ने मन से बनाई है।।
जामे लोंग इलायची डाली है,
फिर जाको खूब उबाली है,
जामे लोंग इलायची डाली है,
फिर जाको खूब उबाली है,
चाय पीके कर दो काम,
भक्तो ने मन से बनाई है।।
जामे अदरक कूट के डारी है,
चाय पत्ती पद्म श्री वारी है,
जामे अदरक कूट के डारी है,
चाय पत्ती पद्म श्री वारी है,
चाय पीके कर दो कमाल,
भक्तो ने मन से बनाई है।।
जामे प्यार भाव की फेरी है,
फीकी और मीठी वारी है,
जामे प्यार भाव की फेरी है,
फीकी और मीठी वारी है,
चाय पीके झूमे बाबा श्याम,
भक्तो ने मन से बनाई है।।
खाटू में दुकान ये डारि है,
कल्लू भैया की चाय निराली है,
खाटू में दुकान ये डारि है,
कल्लू भैया की चाय निराली है,
गुड्डू भैया झूमे और पिलाये,
भक्तो ने मन से बनाई है।।
बाबा पिले मीठी चाय,
भक्तो ने मन से बनाई है।।
गायक – सिरीश गुप्ता (गुड्डू भैया)
9826579100