रिमझिम उतारू थारी आरती,
दोहा – लीलो घोडो नवलखो,
मोत्या जडी लगाम,
घोडे चढिया रामदेव,
रूनीचा रो श्याम।
ओ बाबा राम रणुजे वाला,
गल बीच मोतीयन की माला,
हाथ लिए हो भाला,
रिमझिम उतारू थारी आरती,
ओ बाबा रिमझिम उतारू थारी आरती।।
घिरत मिठाई थारे चढे चूरमा,
धूपा री महकार पडे,
वीणा रे तन्दुरा थारे नोपत बाजे,
झालर री झनकार पडे,
ओ माता मैणादे रा लाला,
लीले घोडलीये वाला,
भगता रा हो रखवाला
रिमझिम उतारूँ थारी आरती,
ओ बाबा रिमझिम उतारू थारी आरती।।
गंगा ने जमुना बहे सरस्वती,
रामदेव बाबो स्नान करे,
दूरा देशारा थारे आवे यात्री,
दरगाह रे आगे निवन करे,
ओ माता मैणादे रा लाला,
लीले घोडलीये वाला,
भगता रा हो रखवाला
रिमझिम उतारूँ थारी आरती,
ओ बाबा रिमझिम उतारू थारी आरती।।
आंधलीया ने आँखीया देवे,
पांगलीया ने पाँव जी,
कोढिया रो कोढ मिटावे,
रूनीचा रो श्याम जी,
ओ माता मैणादे रा लाला,
लीले घोडलीये वाला,
भगता रा हो रखवाला
रिमझिम उतारूँ थारी आरती,
ओ बाबा रिमझिम उतारू थारी आरती।।
हरि रे चरनो मे भाटी हरजी बोल्या,
नवखंड मे निशान धुरे,
चार खूट ओर चौदह भुवन मे,
धणीया थारी कलम फिरे,
ओ माता मैणादे रा लाला,
लीले घोडलीये वाला,
भगता रा हो रखवाला
रिमझिम उतारूँ थारी आरती,
ओ बाबा रिमझिम उतारू थारी आरती।।
लाछा सुगणा करे आरती,
हरजी चंवर ढुलावे जी,
भाव भक्ति सु जो कोई ध्यावे,
मनवांछित फल पावे जी,
ओ माता मैणादे रा लाला,
लीले घोडलीये वाला,
भगता रा हो रखवाला
रिमझिम उतारूँ थारी आरती,
ओ बाबा रिमझिम उतारू थारी आरती।।
ओ बाबा राम रणुजे वाला,
गल बीच मोतीयन की माला,
हाथ लिए हो भाला,
रिमझिम उतारू थारी आरती,
ओ बाबा रिमझिम उतारू थारी आरती।।
गायक – महेंद्र सिंह जी राठौर।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818
https://youtu.be/vvxP8OzLK8I