बाबा तेरा खाटू बड़ा प्यारा,
देखा है नज़ारा आके यहाँ रे,
ऐसा कोई दूजा नहीं द्वारा,
कहे जग सारा आके यहाँ रे,
बाबा तेरा खाटु बड़ा प्यारा,
देखा है नज़ारा आके यहाँ रे।।
तर्ज – गोरी तेरा गाँव बड़ा।
जी करता है इस नगरी की,
गलियों में रम जाऊं,
खाटू की पावन धरती पर,
दुनिया एक बसाऊं,
नित नए भजन सुनाऊँ,
श्याम को रिझाऊं आके यहाँ रे,
बाबा तेरा खाटु बड़ा प्यारा,
देखा है नज़ारा आके यहाँ रे।।
तेरी शरण में जो भी आया,
उसको तू तारेगा,
तेरा भरोसा कर लिया जिसने,
वो कैसे हारेगा,
उसको मिल गया सहारा,
दिल से जो पुकारा आके यहाँ रे,
बाबा तेरा खाटु बड़ा प्यारा,
देखा है नज़ारा आके यहाँ रे।।
अमृत का है कुंड यहाँ पर,
डुबकी जो भी लगाए,
तन पावन हो उस प्रेमी का,
मन निर्मल हो जाए,
तेरे भजनों पे सब झूमे,
चरणों को है चूमे आके यहाँ रे,
बाबा तेरा खाटु बड़ा प्यारा,
देखा है नज़ारा आके यहाँ रे।।
स्वर्ग सा ‘आनंद’ मिलता यहाँ है,
तेरी किरपा बरसती,
इस मस्ती को पाने को है,
दुनिया सारी तरसती,
‘संजय’ भी है यहाँ आता,
शीश है झुकाता आके यहाँ रे,
बाबा तेरा खाटु बड़ा प्यारा,
देखा है नज़ारा आके यहाँ रे।।
बाबा तेरा खाटू बड़ा प्यारा,
देखा है नज़ारा आके यहाँ रे,
ऐसा कोई दूजा नहीं द्वारा,
कहे जग सारा आके यहाँ रे,
बाबा तेरा खाटु बड़ा प्यारा,
देखा है नज़ारा आके यहाँ रे।।
Singer – Sanjay Pareek Ji