बाबा तेरा उपकार है,
दुनिया में जो सत्कार है,
तेरा ये सब उपकार है,
दुनिया में जो सत्कार है।।
तर्ज – साजन मेरा उस पार है।
चरणों में तेरे जबसे आया हूँ,
क्या बोलूं तुमसे कितना पाया हूँ,
खुशहाल सारा परिवार है,
किरपा का तेरे भंडार है,
बाबा तेंरा उपकार हैं,
दुनिया में जो सत्कार है।।
चिंताए ना मुझको डराएगी,
जीवन में वापस अब ना आएगी,
मेरा जो तू सरकार है,
हाथों में तेरे पतवार है,
बाबा तेंरा उपकार हैं,
दुनिया में जो सत्कार है।।
हाथों से श्याम निशान उठाता हूँ,
ग्यारस पे तेरी चोखट आता हूँ,
उसको ना किसी की दरकार है,
जिसका तू लखदातार है,
बाबा तेंरा उपकार हैं,
दुनिया में जो सत्कार है।।
सारी ही दुनिया को दिखाया है,
क्या से क्या मुझको बनाया है,
‘सैनी’ का तू एतबार है,
‘शर्मा’ का तू पालनहार है,
बाबा तेंरा उपकार हैं,
दुनिया में जो सत्कार है।।
बाबा तेरा उपकार है,
दुनिया में जो सत्कार है,
तेरा ये सब उपकार है,
दुनिया में जो सत्कार है।।
गायक – नरेश जी सैनी।