बाबो म्हारो देवणियो,
बन गयो म्हे तो बांटणियो,
बांटणियो म्हे बांटणियो,
माग्निये से बांटणियो,
बाबो म्हारों देवणियो,
बन गयो मैं तो बांटणियो।।
जद से लियो मैं नाम भाई,
बाबो बनाया काम कई,
विपदा मेरी मेटणियो,
बन गयो में तो बांटणियो,
बाबो म्हारों देवणियो,
बन गयो मैं तो बांटणियो।।
रक्षा करता है भाया,
दुःख ना कभी घर आया,
खाली गयो न मांगणियो,
बन गयो में तो बांटणियो,
बाबो म्हारों देवणियो,
बन गयो मैं तो बांटणियो।।
झोली मेरी वो भर ग्यो,
कृपा पाकर ‘विष्णु’ तर ग्यो,
बाबा के जसो लुटावणियो,
बन गयो ‘पंकज’ तो बांटणियो,
बाबो म्हारों देवणियो,
बन गयो मैं तो बांटणियो।।
बाबो म्हारो देवणियो,
बन गयो म्हे तो बांटणियो,
बांटणियो म्हे बांटणियो,
माग्निये से बांटणियो,
बाबो म्हारों देवणियो,
बन गयो मैं तो बांटणियो।।
– लेखक एवं प्रेषक –
विष्णु अग्रवाल।
7227862171
Bhot hi ache bhajno ke lyrics he