बड़े ही दानी है मेरे भोलेनाथ,
जो भी माँगा इनसे मैंने,
जो भी माँगा इनसे मैंने,
पाया हाथों हाथ,
बड़े ही दानी हैं मेरे भोलेनाथ।।
ये भी देखें – दानी बड़ा ये भोलेनाथ।
कितना भोला भाला है ये,
तीनो लोको का है स्वामी,
शमशानों में वास करे ये,
बनके बाबा औघड़दानी,
पल भर में सुनता है सबकी,
दिल की ये फरियाद,
बड़े ही दानी हैं मेरे भोलेनाथ।।
चाहे राजा चाहे भिखारी,
जो भी इसके दर पे आया,
शीश झुका के इसके आगे,
जिसने अपना हाथ फैलाया,
देखा ना के कौन है उसकी,
पूरी की है मुराद,
बड़े ही दानी हैं मेरे भोलेनाथ।।
ना इसको पकवान ही भाए,
ना सुहाए सोना चांदी,
भांग धतूरा गंगा जल से,
खुश हो जाए ये वरदानी,
जिस पर रीझे उसकी बदले,
किस्मत रातों रात,
बड़े ही दानी हैं मेरे भोलेनाथ।।
बड़े ही दानी है मेरे भोलेनाथ,
जो भी माँगा इनसे मैंने,
जो भी माँगा इनसे मैंने,
पाया हाथों हाथ,
बड़े ही दानी हैं मेरे भोलेनाथ।।
गायक – राजू मेहरा जी।