बढ़के थाम लो बाबा,
अपने हाथ में,
अब ये मेरा हाथ,
बढ़के थाम लों,
हम दीनों पे अपनी दया तुम,
कर दो दीनानाथ,
बढ़के थाम लों।।
तर्ज – माखन दूंगी रे सांवरिया।
जो इस जग से हारा उसको,
तुमने दिया सहारा है,
मैं भी हार के आया जग से,
कृपा करो हे नाथ,
बढ़के थाम लों
अपने हाथ में,
अब ये मेरा हाथ।।
सुना है मैने तुम सुनते हो,
सबके दिल की बात जी,
कहने आया मैं भी तुमसे,
अपने दिल की बात,
बढ़के थाम लों
अपने हाथ में,
अब ये मेरा हाथ।।
ना जाने कितनों की किस्मत,
तुमने श्याम संवारी है,
अपने ‘कुंदन’ पे सांवरिया,
कर दो करामात,
बढ़के थाम लों
अपने हाथ में,
अब ये मेरा हाथ।।
बढ़के थाम लो बाबा,
अपने हाथ में,
अब ये मेरा हाथ,
बढ़के थाम लों,
हम दीनों पे अपनी दया तुम,
कर दो दीनानाथ,
बढ़के थाम लों।।
Singer – Seema Singhal