ये मेरे सिर पे हाथ धरा,
फूल मुरझाया मेरा खिला,
बड़ी किस्मत वाली हूँ मैं,
द्वार तेरा मुझे मिला,
ये मेरे सिर पे हाथ धरा,
फूल मुरझाया मेरा खिला।।
तर्ज – ये तेरी आँखे झुकी झुकी।
श्याम की कहनी है क्या बात,
जानता मेरे सब जज़्बात,
पिता की तरह मुझको पाले,
रखता माँ की तरह ख़याल,
ये मेरा बाबुल यही है माँ,
ये मेरा बाबुल यही है माँ,
बड़ी किस्मत वाली हूं मै,
द्वार तेरा मुझे मिला,
ये मेरे सिर पे हाथ धरा,
फूल मुरझाया मेरा खिला।।
खाटू में लगा के ये दरबार,
लुटावे कुबेर का भण्डार,
खोलता किस्मत के ताले,
हुई खुशियों की क्या बौछार,
मेरा जीवन धन्य हुआ,
ये मेरा जीवन धन्य हुआ,
बड़ी किस्मत वाली हूं मै,
द्वार तेरा मुझे मिला,
ये मेरे सिर पे हाथ धरा,
फूल मुरझाया मेरा खिला।।
श्याम की कृपा हुई अपार,
कृपा करता है ये दातार,
मरे ग़म मिट गए ये सारे,
लुटावे भक्तों पे ये प्यार,
ये मेरा रखता ध्यान सदा,
ये मरा रखता ध्यान सदा,
बड़ी किस्मत वाली हूं मै,
द्वार तेरा मुझे मिला,
ये मेरे सिर पे हाथ धरा,
फूल मुरझाया मेरा खिला।।
श्याम संग में मेरे चलता,
‘सत्या’ का दुःख सारा टलता,
‘भारती’ गुण इसके गाये,
रेहमत की रकिपा श्याम करता,
ये मेरा साथी मेरा सखा,
ये मेरा साथी मेरा सखा,
बड़ी किस्मत वाली हूं मै,
द्वार तेरा मुझे मिला,
ये मेरे सिर पे हाथ धरा,
फूल मुरझाया मेरा खिला।।
ये मेरे सिर पे हाथ धरा,
फूल मुरझाया मेरा खिला,
बड़ी किस्मत वाली हूँ मैं,
द्वार तेरा मुझे मिला,
ये मेरे सिर पे हाथ धरा,
फूल मुरझाया मेरा खिला।।
Singer – Bharti Kumawat